
यह कहानी उस लड़के की है जिसके साथ बहुत गलत किया गया। लड़के के कॉलेज का आखिरी साल चल रहा था। फाइनल ईयर में पढ़ने वाला लड़का अपने ही क्लासमेट की एक लड़की से प्यार करता था। फाइनल ईयर में पहुंच जाने के बाद भी लड़के ने अभी तक लड़की से अपने प्यार का इजहार नहीं किया था। क्लासमेट होने की वजह से लड़के और लड़की में बातचीत तो होती थी, लेकिन सिर्फ जरूरत भर की। लड़की को जब कोई काम होता था तभी वह लड़के से बात करती थी। लड़का बहुत ही शांत स्वभाव का था। कॉलेज में भी उसके बहुत कम ही फ्रेंड थे। लड़की को लेकर उसके मन में क्या फीलिंग है, यह भी पूरे कॉलेज में सिर्फ उसके एक फ्रेंड को ही पता था। लड़के का फ्रेंड अक्सर लड़के से कहता था कि तुम लड़की से अपने दिल की बात क्यों नहीं बोल देते। अब कॉलेज खत्म होने में कुछ ही महीने बचे थे और एक दिन लड़के के फ्रेंड ने फिर से लड़के से कहा अब कुछ महीनों में हमारा कॉलेज खत्म हो जाएगा और अगर तुमने अभी लड़की को अपने दिल की बात नहीं बताई तो फिर कभी नहीं बोल पाओगे।
अपने फ्रेंड की यह बात सुनकर लड़का भी इस बारे में सोचने लगा और एक दिन लड़का बड़ी हिम्मत करके लड़की के पास गया और बोला मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं। लड़की ने कहा हां बोलो। लड़का थोड़ा डरा हुआ सा धीमी आवाज में बोला मैं तुमसे प्यार करता हूं। लड़की ने कहा क्या? फिर लड़के ने कहा, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। लेकिन काफी दिनों से मैं तुमसे यह बोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। जब से मैंने तुम्हें देखा है और जाना है, तब से तुम मेरी दुनिया बन गई हो। फिर लड़की ने कहा, तुम पागल हो गए हो क्या? तुम होश में तो हो ना। यह सब क्या बोल रहे हो तुम? लड़के ने कहा, हां, मैं तुमसे अपने दिल की बात कह रहा हूं। यह सच है कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। लेकिन लड़की उसके प्यार को एक्सेप्ट नहीं कर सकती थी। क्योंकि उसका पहले से ही एक बॉयफ्रेंड था। लेकिन वह इस कॉलेज का नहीं था। तो कॉलेज में किसी को भी यह बात पता नहीं था कि लड़की का पहले से ही कोई बॉयफ्रेंड है। लड़के को भी यह बात पता नहीं था। लेकिन फिर लड़की थोड़ी देर शांत रही। कुछ सोच रही थी और फिर लड़की ने कहा मैंने कभी तुम्हारे बारे में ऐसा नहीं सोचा था। मुझे थोड़ा टाइम चाहिए। मैं तुम्हें सोच कर बता दूंगी। लड़के ने कहा ठीक है।
और फिर कुछ दिनों बाद लड़की को कॉलेज के कुछ काम के लिए लड़के की मदद चाहिए थी, तो लड़की ने उसके पास फोन किया। लड़के ने फोन उठाया। लड़की ने कहा मुझे तुम्हारी मदद चाहिए। मेरा थोड़ा सा काम है। तुम कर दोगे क्या? लड़के ने कहा हां ठीक है, मैं कर दूंगा। और फिर दो दिन में लड़के ने लड़की का काम कर दिया। फिर लड़के ने लड़की के पास फोन किया और लड़की से कहा तुम्हारा काम हो गया है, मैंने तुम्हारे पास भेजा है, तुम चेक कर लेना। लड़की ने कहा ठीक है। तभी लड़के ने कहा अच्छा सुनो तुमने बताया नहीं की तुम्हारे दिल में क्या है? क्या तुम मुझसे प्यार करती हो या नहीं? अगर तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है तो फिर तुम बोल दो। मैं तुम्हें कभी परेशान नहीं करूंगा। तुमसे दूर चला जाऊंगा। जब लड़की ने यह बात सुना की अगर उसने लड़के को ना बोल दिया तो वह दूर चला जाएगा और फिर मेरी मदद नहीं करेगा। यह सोच कर उसने कहा, हां, मैं भी तुमसे प्यार करती हूं। फिर लड़के ने कहा क्या तुम सच कह रही हो या फिर मेरा दिल रखने के लिए ऐसा कह रही हो? क्योंकि तुमने कहा था तुम सोच कर बताओ की और मुझे नहीं लगता की जो प्यार करता होगा उसे यह बताने के लिए भी सोचने की जरूरत है।
लड़की ने कहा, नहीं, मैं सच में तुमसे प्यार करती हूं। लड़के ने कहा ठीक है फिर दोनों की अब रोज फोन पर बात होने लगी। लेकिन लड़की कभी लड़के के पास फोन नहीं करती थी। क्योंकि उसके दिल में तो उसके लिए प्यार था ही नहीं। उसने तो बस अपना काम निकालने के लिए ऐसा कहा था की वह भी उससे प्यार करती है। लड़का बहुत खुश था क्योंकि उसे लग रहा था उसे उसका प्यार मिल गया है। लड़का दिन में ही लड़की से बात करता था। रात में उनकी बात नहीं होती थी क्योंकि लड़की कहती थी उसकी मम्मी उसके साथ सोती हैं तो वह रात में बात नहीं कर सकती। तो लड़के ने भी मान लिया और वह कभी भी लड़की के पास रात में फोन नहीं करता था। लेकिन लड़की ने तो झूठ कहा था क्योंकि वह तो रात में अपने दूसरे बॉयफ्रेंड से बात करती थी। ऐसे ही कुछ महीने और बीत गए। अब लड़की को कुछ भी काम होता तो वह लड़के से बोल देती और लड़का अपना सब काम छोड़कर पहले उसका काम करता था। लड़के ने उसकी बहुत मदद की। उसका सारा काम करवाया। ऐसे ही वक्त गुजरता गया और उनका कॉलेज भी अब खत्म हो गया।
कॉलेज खत्म होने के बाद लड़की को तो अब लड़के की जरूरत नहीं थी तो वह लड़के से बहुत कम ही बात करती थी। लेकिन उसने लड़के से अब भी नहीं कहा की वह उससे प्यार नहीं करती यह सोच कर की लड़के को लगेगा की उसने लड़के का यूज किया है। लेकिन वह अब लड़के का फोन नहीं उठाती थी। बहुत कम ही बात करती थी। जब लड़का बहुत बार फोन करता तो वह मजबूरी में उससे थोड़ी बहुत बात कर लेती थी और लड़का जब पूछता था की तुम अब पहले जैसे बात क्यों नहीं करती हो? तो वह कहती थी बहुत कम रहता है, टाइम नहीं मिलता इसलिए मैं तुमसे बात नहीं कर पाती। जैसे तैसे कुछ दिन और बीत गए। अब लड़की को अपनी आगे की पढ़ाई के लिए अपने घर से दूर दूसरे शहर जाना था। उसके दूसरे शहर जाने के बाद लड़के ने उसके पास फोन किया। लड़की फोन नहीं उठा रही थी। लड़के ने बहुत बार फोन किया तब जाकर लड़की ने फोन उठाया और लड़की ने कहा तुम इतनी बार फोन क्यों करते हो? मुझे काम होता है। मैं ज्यादा बात नहीं कर सकती। तो लड़के ने कहा अच्छा ठीक है तुम काम कर लो, हम रात में बात कर लेंगे क्योंकि अब तो तुम घर पर नहीं हो तो मम्मी भी तुम्हारे साथ नहीं होंगी। तो अब हम रात में ही बात करेंगे। तुम दिन में काम कर लिया करना। लड़के की यह बात सुनकर लड़की को गुस्सा आ गया क्योंकि रात में तो वह अपने उस बॉयफ्रेंड से बात करती थी तो इस लड़के से बात कैसे करती। इसलिए लड़की ने गुस्से से कहा, नहीं, मुझे बात नहीं करनी। और लड़की ने फोन काट दिया। लड़के ने फिर फोन किया लेकिन लड़की ने फोन नहीं उठाया। लड़के ने सोचा अभी गुस्से में है तो मैं बाद में फोन कर लूंगा।
जब लड़की का गुस्सा शांत हो जाएगा तब और फिर रात होने के बाद लड़के ने लड़की के पास फोन किया, लेकिन लड़की का नंबर बिजी आ रहा था। लड़की ने फोन काट दिया। लड़के ने सोचा शायद वह अपने घर पर बात कर रही होगी, इसलिए फोन काट रही है। और आधे घंटे बाद लड़के ने फिर लड़की के पास फोन किया। लेकिन अभी भी लड़की का नंबर बिजी आ रहा था। फिर लड़के ने खुद फोन काट दिया। यह सोच कर कि लड़की जब बात कर लेगी तो वह खुद फोन करेगी। जब बहुत देर हो गया, लड़की ने फोन नहीं किया तो लड़के ने दो घंटे बाद फिर से लड़की के पास फोन किया तो अभी भी उसका नंबर बिजी आ रहा था। अब लड़के को कुछ ठीक नहीं लग रहा था। वह समझ गया था कुछ तो गलत हो रहा है। लड़के को बहुत बुरा लग रहा था। लड़का बार बार फोन कर रहा था और लड़की फोन काट रही थी। जब लड़के के बार बार फोन करने से लड़की परेशान हो गई। तो उसने फोन उठा लिया और कहा तुम पागल हो क्या तुम्हें समझ नहीं आता? बस फोन पर फोन किए जा रहे हो। मैंने कहा ना मैं रात में बात नहीं कर सकती। लड़के को यह सब सुनकर बहुत बुरा लग रहा था और उसे गुस्सा भी आ रहा था तो उसने गुस्से से कहा हां नहीं आता समझ। तुम बताओ की तुम पिछले कई घंटे से कहां बिजी हो? किससे बात कर रही हो? लड़की ने कहा मैं कहीं भी बिजी रहूं, मेरी मर्जी तुम फोन मत करना। तो लड़के ने कहा जब तक नहीं बताओगी, मैं फोन करता रहूंगा। और तब तक लड़की ने फोन काट दिया।
लड़के ने फिर लड़की के पास फोन किया। लड़की का नंबर अभी भी बिजी आ रहा था। वह फोन नहीं उठा रही थी। लड़के के बार बार फोन करने पर उसने फिर से फोन उठाया। लड़की ने कहा, यह सब क्या चल रहा है? तुम क्या कर रही हो? किससे बात कर रही हो? बताओगी? फिर लड़की ने कहा, तुम परेशान क्यों कर रहे हो? तुमसे कहा ना, मुझे बात नहीं करनी। लड़के को बहुत तकलीफ हो रही थी। वह रोने लग गया था। लड़के ने कहा, अच्छा तो मैं तुम्हें परेशान कर रहा हूं। अरे परेशान तो तुम मुझे कर रही हो। पता नहीं किससे बात कर रही हो और कह रही हो कि मैं परेशान कर रहा हूं। तुम्हें बताना पड़ेगा कि तुम किससे बात कर रही हो। फिर लड़की चिल्लाते हुए गुस्से से बोली, ठीक है, तुम्हें सुनना है ना? तो सुनो, मैं तुमसे प्यार नहीं करती। मैं किसी और से प्यार करती हूं। मुझे तुम्हारी कोई जरूरत नहीं है। आया समझ में? अब फोन मत करना। लड़के ने कहा क्या यार, तुम ऐसा कैसे कर सकती हो? लड़की ने कहा यार मेरे पास टाइम नहीं है तुम्हारी बकवास सुनने के लिए। मैं फोन रख रही हूं। अब कभी फोन मत करना। लड़के ने कहा, अगर तुम यही चाहती हो तो ठीक है। नहीं करूंगा फोन, लेकिन उससे पहले मुझे एक बात बताओ। तुम्हें तो वहां गए हुए अभी कुछ दिन भी नहीं हुए और मेरे होते हुए तुम्हें वहां किसी और से प्यार भी हो गया। लड़की ने कहा, पागल हो क्या तुम? मैं इस लड़के से बहुत पहले से प्यार करती हूं। जब तुमने मुझे प्रपोज किया था, उससे भी पहले से।
इतना सुनकर लड़के की आंखों से आंसू गिरने लगे। लड़के ने रोते हुए कहा, तुम क्या बोल रही हो? तुम्हें समझ आ रहा है। फिर तुमने क्यों कहा था कि तुम मुझसे प्यार करती हो? इतने दिन क्यों बात किया मुझसे? और मुझे धोखे में क्यों रखा? मतलब तुम्हें कभी प्यार था ही नहीं। और जब तुम घर पर थी तो क्या बोलती थी? मम्मी मेरे साथ सोती हैं। मतलब वो भी झूठ कहा था ताकि तुम रात को किसी और से बात कर सको। फिर लड़की ने कहा यार तुम्हारी फालतू की बात के लिए मेरे पास टाइम नहीं है। तुम्हारा हो गया हो तो अब फोन रखो और अब कभी फोन मत करना। और इतना कहकर लड़की ने फोन काट दिया। लड़का अब लड़की के पास फोन नहीं कर सकता था। क्योंकि अब उसके पास फोन करने की कोई वजह ही नहीं बची थी। कुछ दिन और बीत गए। लड़का अब हमेशा लड़की की याद में उदास रहने लगा। 24 घंटे लड़का बस लड़की को ही याद करता था। लड़की को याद कर कर के लड़के की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही थी। फिर एक दिन जब लड़के के कॉलेज के उस फ्रेंड को पता चला की उसके फ्रेंड ने लड़की की याद में अपनी यह हालत बना ली है तो वह लड़के के पास आया और उसने लड़के से पूछा की जब वह लड़की तुमसे प्यार नहीं करती और अब वह दूर चली गई है तुमने अब भी उसे अपने दिल में क्यों रखा है? तुम्हें कोई और मिल जाएगी। तुम उसे भूल जाओ।
फ्रेंड की यह बात सुनकर लड़का कहता है। चाहता हूँ उसे भूल जाऊं, लेकिन नहीं भूल पा रहा। उसने चीट किया यार मेरे साथ और मैं समझ ही नहीं पाया। जब उसे प्यार ही नहीं था तो बोल देती। मैं नहीं जाता उसके पीछे। अब दुआ कर यार मेरे भाई की मैं जल्दी मर जाऊं। फिर उसके फ्रेंड ने कहा पागल हो गया है क्या? क्या बोल रहा है तू? चुप हो जा। तुझे उससे बहुत अच्छी लड़की मिल जाएगी। फिर लड़के ने कहा नहीं, अब नहीं चाहिए कोई लड़की और ना ही किसी लड़की का झूठा प्यार चाहिए और अब जैसे तैसे उसकी जिंदगी कट रही है। मैं आप सब से कहना चाहता हूं की अगर प्यार हो तो सच्चा हो वरना अपने मतलब और फायदे के लिए कोई किसी की फीलिंग्स के साथ ना खेले। कोई किसी को इस कदर धोखा ना दे। किसी को धोखा देने से पहले एक बार जरूर सोचिए की अगर वही आपके साथ कोई करे तो आपको कैसा लगेगा। उम्मीद करता हूं आपको यह कहानी पसंद आई होगी।