
आज हम बात करेंगे उन सात दुश्मनों के बारे में जो हमेशा तुम्हें बर्बाद होता हुआ देखना चाहते हैं। जो कभी नहीं चाहते कि जिंदगी में तुम्हें थोड़ी सी भी सफलता हासिल हो पाए थोड़ा सा भी तुम नाम कमा पाओ थोड़े से भी तुम पैसे कमा पाओ। इन सात दुश्मनों को समय रहते जितना जल्दी कुचल दोगे ना उतना ही एक्स्ट्रा टाइम आपको मिल जाएगा अपने सपनों को जीने का इसे लास्ट तक जरूर पढ़े सीधी बात नो बकवास।
दुश्मन नंबर एक है आपका जो आपको बर्बाद करना चाहता है और वो है सेल्फ डाउट। यह सेल्फ डाउट आपका सबसे पहला दुश्मन है भाई। जब तू खुद पर विश्वास नहीं करता ना तो दुनिया तेरे पर क्या विश्वास करेगी और क्या मैं यह कर सकता हूं। यह वाला जो डाउट है वो तेरे टारगेट को तेरे सपने को शुरू होने से पहले ही खत्म कर देता है। क्योंकि इसमें तो तू अपने टारगेट के लिए मेहनत शुरू भी नहीं कर पाया तो खुद पर डाउट करना बंद कर खुद पर इतना विश्वास रख कि जो तूने खुद के लिए सोचा है उसे तू कैसे भी हालात में पूरा कर सकता है। बस तुझे होप नहीं छोड़नी है तुझे गिव अप नहीं करना है। लगातार खुद को नेक्स्ट लेवल स्ट्रगल के लिए तैयार करना है। खुद पर शक करना बंद कर खुद के लिए इंस्पिरेशन बनना शुरू कर।तेरा टारगेट तेरा जुनून तेरा ड्राइविंग फोर्स होना चाहिए अपनी कैपेबिलिटीज पर भरोसा रख और मेहनत करते रहे।
दुश्मन नंबर दो जो तुझे बर्बाद करना चाहता है वो है तेरा खुद का मन। तेरा कंफर्ट जोन जिसका तू गुलाम है क्योंकि वो मनमौजी है। तू गुलाम बन चुका है अपने मन का मन कहता है आराम कर ले तो तू आराम करने लग जाता है। मन कहता है कि वेब सीरीज देख ले रिल्स स्क्रॉल कर ले तब तू आराम से मोबाइल पर टाइम वेस्ट करता है। क्योंकि तूने अपने मन की गुलामी करके खुद को एकदम कंफर्ट जोन में डाल दिया है। और तुझे कंफर्ट जोन की इतनी आदत हो गई है कि अब तू मेहनत करने से या कुछ भी नया करने से डरता है। तू चाह कर के भी वो नहीं कर पा रहा जिसके लिए तू यहां पे आया है। जिस काम को करने की तूने सोची है जो टारगेट लेकर तू बैठा है उस टारगेट का टी भी नहीं है तेरे पास। तू अपने टारगेट से इतना दूर जा चुका है कि अगर तू आज से शुरू करेगा तो तुझे एक महीना तो ये सोचने में लग जाएगा कि यार करना क्या था असली में क्यों आया था मैं यहां पे। क्योंकि भाई तू भूल चुका है एकदम तू एक अलग ही दुनिया में रह रहा है जहां सिर्फ तुझे आराम टाइम वेस्ट चाहिए और कंफर्ट जोन चाहिए। मजे कर रहा है तू लेकिन तुझे अभी यह अंदाजा नहीं है कि तू जितना ज्यादा मजे में जीवन काट रहा है ना उतना ही यह समय तेरी वाट लगाने वाला है। तू अभी कितने भी मजे कर ले तेरा टारगेट पूरा करने के लिए समय कभी नहीं रुकने वाला समय तुझे कभी नहीं याद दिलाएगा कि भाई तू किसी और काम के लिए यहां पे आया था और कर कुछ और रहा है। ये तुझे खुद को ही याद रखना पड़ेगा तो असल में तेरा सबसे बड़ा दुश्मन तू खुद है तेरा चालाक मन है जिसके चलाए तू चलता है। जबकि तेरे मन को तुझे चलाना चाहिए कि आज का ये टारगेट है और तुझे यह करना है। बहुत सो लिया आराम कर लिया काम पे लग जा अब लेकिन तू ऐसा नहीं कर रहा है। क्योंकि तेरे मन को आराम चाहिए वो क्यों करना चाहेगा मेहनत। उसे तो बिना मेहनत किए सब कुछ चाहिए ना 100 दुश्मन मिलकर तेरा जितना नुकसान करेंगे ना उससे ज्यादा तू अकेले खुद का नुकसान कर रहा है। और टाइम वेस्ट करते-करते मजे लेते रहते तेरा मन तेरी आत्मा तेरा शरीर सब इतने कंफर्ट जोन में जा चुके हैं। कि अगर तू अपने मन को अब कोई नया काम देगा या कोई नया चैलेंज भी देता है ना तो तुरंत तेरे मन में सवाल आ जाता है कि क्या मैं ये कर पाऊंगा
दुश्मन नंबर तीन जो तुझे बर्बाद होता हुआ देखना चाहता है वो है तेरा लेजी होना टाल मटोल करना। यार आज नहीं कल करूंगा आज मैं थोड़ा सो लेता हूं, कल से पढ़ लूंगा आज मैं मजे कर लेता हूं दोस्तों के साथ।कल से पक्का आठ घंटे पढ़ाई करूंगा और ये तुम्हारा टालमटोल कल पर टालने की आदत ये तुम्हें अपने टारगेट के आसपास भी नहीं भटकने देंगे। क्योंकि एक बार अगर तुझे ये आदत लग गई ना तो तेरा कल कभी नहीं आएगा। तू आज सोचेगा कि कल करूंगा और कल सुबह उठकर वैसे ही टाइम वेस्ट करेगा जैसा तू महीनों से करता आ रहा है। क्योंकि तुझे कंफर्ट जोन में रहने की आदत पड़ चुकी है तू डरता है अब मेहनत करने से। बस तुझे आज यह समझ में नहीं आ रहा कि तेरे सपने तेरी अपनी मेहनत के बिना पूरे नहीं हो सकते। लेकिन एक बार अगर समय निकल गया ना तेरे हाथ से तब तू चाह कर के भी मेहनत नहीं कर पाएगा। ना अपने जीवन को सही डायरेक्शन दे पाएगा क्योंकि तब तेरे ऊपर इतना ज्यादा बोझ आ चुका होगा ना कि हर तरफ से तेरे ऊपर प्रेशर होगा। तब तू सोचेगा कि यार ये मैंने क्या कर दिया अब तो मेरे पास टाइम भी नहीं है कुछ करने को काश मैंने उस वक्त टाइम वेस्ट नहीं किया होता। तो भाई ये लेजीनेस छोड़ टाल मटोल करना छोड़ दे और आज का टारगेट आज ही पूरा कर अगर आज के बनाए गए टारगेट में तेरा थोड़ा सा भी बाकी रहता है। ना तो तुझे रात को नींद नहीं आनी चाहिए क्योंकि आज का टारगेट पूरा नहीं कर पाया तुझे कम से कम इतनी टेंशन होनी चाहिए।
दुश्मन नंबर चार जो तुझे बर्बाद करना चाहता है तुम्हारे असफल होने का डर। भाई तू डरता है कि तू कहीं फेल ना हो जाए लेकिन तू क्यों डर रहा है। तूने तो शुरू ही नहीं किया अभी तक और अगर तेरे में हिम्मत है कि तू कुछ शुरू कर सकता है। तेरे बनाये टारगेट के लिए तू मेहनत कर सकता है तो फिर फेल होने से क्यों डर रहा है। क्योंकि जब तू मेहनत करेगा तभी तो तुझे पता चलेगा ना कि कहां और कितनी मेहनत की जरूरत है। कहां तू गलत कर रहा है और मान ले अगर तू फेल हो भी गया तो तेरा कुछ कम थोड़े हो जाएगा। पिछले साल तो तूने वैसे भी मजे में वेस्ट किया है ना तो अगर तूने एक साल मेहनत कर ली और तुझे वो रिजल्ट नहीं मिला जो तुझे चाहिए था। तो तू ये क्यों सोचता है कि तेरा साल खराब हो गया भाई उस साल में तूने बहुत कुछ सीखा है और अगर फेल हो गया ना तो ये समझ कि मैं 90% पर अचीव कर चुका था और 10% पर की कमी रही थी। इसलिए मुझे उस 10% पर पे फोकस करना है अब वो 10% चाहे तेरी गलतियां हो तेरा डिसिप्लिन हो या फिर टाइम मैनेजमेंट हो तो भाई फेल होने से डर मत। क्योंकि फेलियर तुझे जितना सिखा सकता है ना उतना तुझे सक्सेस कभी नहीं सिखा सकती। बस तुझे सीखते रहना है और आगे बढ़ते रहना है छोड़ना नहीं है रुकना नहीं है फेल होने का डर तू दिमाग से एकदम बाहर निकाल दे। लगातार मेहनत करेगा ना तो सफलता आज नहीं तो कल मिल ही जाएगी। लेकिन अगर असफल होने के डर से तू रुक गया तूने मेहनत ही नहीं की तूने शुरू ही नहीं किया तो तेरे पास ना तो एक्सपीरियंस होगा ना ही तू कुछ नया सीख पाएगा और ना तेरे पास यह कहने को होगा कि यार मैंने मेहनत तो करी थी।
दुश्मन नंबर पांच जो तुझे बर्बाद करना चाहता है और वो है तेरा खराब टाइम मैनेजमेंट। तू कहता रहता है ना कि तेरे पास में टाइम नहीं है। कुछ करने को मुझे तो भाई टाइम ही नहीं मिल रहा। तो भाई टाइम सबके पास बराबर है एक दिन में सभी को वही 24 घंटे हैं उतने ही सेकंड है उतने ही मिनट्स है बस फर्क ये है कि तू उन 24 घंटों को कैसे मैनेज करता है। कैसे उनको काम में लेता है क्योंकि ये तेरा अपना खुद का डिसिप्लिन है और ये बताने वाला तुझे कोई बाहर से नहीं आएगा कि तू तेरा टाइम सही तरीके से इस्तेमाल कर रहा है कि नहीं। यह तुझे खुद को पता चलना चाहिए कि टाइम आखिर जा कहां रहा है। सोशल मीडिया पे जा रहा है दोस्तों के साथ जा रहा है या फिर सोने में जा रहा है। और ऐसा कौन सा पहाड़ तोड़ रहा है तू जो तेरे पास अपने लिए ही अपने टारगेट के लिए टाइम नहीं बच रहा और तू क्या आगे बढ़ेगा जब तू अपने 24 घंटे मैनेज नहीं कर पा रहा है। तू खुद के लिए अगर एक-एक सेकंड का इस्तेमाल करना नहीं सीख पा रहा ना तो तू फिर क्या मेहनत करेगा। क्या सक्सेसफुल इंसान बन पाएगा तो अभी तेरे पास समय है। उसका सही से यूज करना सीख पेन पेपर लेकर बैठ कि तेरा एक-एक घंटा कहां वेस्ट हो रहा है उसे सही ढंग से मैनेज कर समय को सही जगह पर इन्वेस्ट करना सीख। जब तक तुम अपने समय को सही तरीके से यूज करना नहीं सीखोगे ना तब तक तुम अपनी लाइफ में कोई भी काम सही से नहीं कर पाओगे।
दुश्मन नंबर छह जो तुम्हें बर्बाद करना चाहता है वो है तुम्हारी खुद की नेगेटिव थॉट्स। तू अपने लिए इतनी नेगेटिव सोचता है ना कि तू कुछ पॉजिटिव कर ही नहीं पा रहा है। तू उस जोन में जा ही नहीं पा रहा है जहां तुझे खुद को यह कहना है कि भाई तू यह कर सकता है। तू उस जोन में बैठा हुआ है जहां तू बार-बार खुद को यह कहता है कि यार मुझसे नहीं होगा मैं कैसे कर सकता हूं इतना बड़ा काम। तू खुद ही खुद को नीचे गिरा रहा है खुद ही खुद को डेमोरलाइज कर रहा है खुद को इतना डिमोटिवेट कर लिया है कि तू अब शुरू भी नहीं कर पा रहा है। और कहते हैं ना कि जैसे अपने विचार होते हैं वैसे ही अपना रूटीन बन जाता है क्योंकि अपने आसपास की वैसे ही एनर्जी और वैसे ही वाइब्रेशन क्रिएट होते हैं। तो तू जितना खुद के लिए नेगेटिव सोचता है तेरे आसपास का माहौल वैसे ही तैयार होता जाता है। तेरे साथ कुछ भी सही नहीं हो रहा है क्योंकि तू सही सोच ही नहीं रहा है तो इस नेगेटिव थॉट से बाहर निकल उठ और लग जा काम पे कोई नहीं आएगा। तुझे दूसरा बताने वाला और तुझे समझाने वाला और तेरा काम करने वाला तेरा टारगेट है तेरी मेहनत है तुझे करना पड़ेगा। तेरी अपनी लड़ाई है तुझे ही लड़नी पड़ेगी और अगर एक बार में नहीं हो रहा ना तो दोबारा करके देख ले कौन सा जीवन खत्म हो रहा है। और दोबारा कोशिश कर भी लेगा तो कौन सा जीवन खत्म हो जाएगा। तू करके तो देख ले एक बार फिर से क्या पता यह वाली कोशिश तेरी आखिरी कोशिश हो और तेरी सफलता इसी कोशिश के बाद लिखी हो असली मजा तो तब है ना गिर कर के उठा जाए। पूरी दुनिया को दिखाया जाए कि तू हार मानने वालों में से नहीं है तू मुकाबला करने वालों में से है जीतने वालों में से है।
दुश्मन नंबर सात तेरा सातवां दुश्मन जो तुझे बर्बाद करना चाहता है वो है कंपैरिजन तुलना करना। तू हर चीज में लोगों के साथ खुद को कंपेयर कर रहा है। उसके साथ तो यह हो गया मेरे साथ क्यों नहीं हुआ मेरे साथ तो यह हो गया उसके साथ क्यों नहीं हुआ वो सफल हो गया मैं क्यों नहीं हुआ। उसे वो सब मिल गया मुझे क्यों नहीं मिला वो तो मेरी जितनी मेहनत भी नहीं कर रहा था। उसके मेरे से ज्यादा मार्क्स आ गए उसने मेरे से ज्यादा पैसे कमा लि भाई तू कंपैरिजन करने के लिए आया है क्या यहां पे। तेरा कंपैरिजन सिर्फ तेरे खुद के यस्टरडे से होना चाहिए कि तू कल क्या था और तू आज क्या है और तू कल क्या बनना चाहता है। तुझे सिर्फ तेरे बीते हुए कल से बेहतर बनना है और किसी से खुद को कंपेयर करने की जरूरत नहीं है। तुझे सबका स्ट्रगल सबकी कैपेसिटी सबकी किस्मत और सबकी परिस्थितियां अलग-अलग होती है। तेरा दिमाग तेरी लाइफ तेरा टारगेट तेरा जीवन यह सब अलग है तो कंपैरिजन करना बंद कर दे। दूसरों की सफलता से क्यों जल रहा है तू अगर तेरे में दम है तेरी औकात है ना तो तू जलाना दूसरों को अपनी सफलता से तू उनको दिखा कि तू क्या कर सकता है। ऐसे कंपेयर करके मन को छोटा करके तू क्या कर लेगा। वो तो फिर भी निकल ही जाएंगे ना इतनी देर में आगे और तू वहीं का वहीं रह जाएगा। तू सोचता है कि आधी अधूरी मेहनत करके तू सफल हो जाएगा जब तक तू अपनी मेहनत का 100% अपने टारगेट को नहीं देगा ना तब तक तू भूल जा कि तू कभी सफल होगा।
आधे अधूरे प्रयास से कभी सफलता नहीं मिलती सफलता उन्हीं को मिलती है जो पूरी मेहनत पूरे समर्पण पूरे डिसिप्लिन के साथ में मेहनत करते हैं। क्योंकि उन्हें पता होता है कि अगर वो थोड़े से भी चूक गए तो अपनी मंजिल से कोसों दूर हो जाएंगे। इसलिए सेल्फ एनालिसिस कर तुझे अगर कंपैरिजन ही करना है तो तो तू इस बात से करना कि मैंने पिछले साल यह गलती की थी और अब मैं इस साल यह गलती नहीं करूंगा। मेरी खुद की गलतियों से सीखू उन पर मेहनत करूंगा कुछ कमी रह गई है तो उनको पूरी करूंगा और बहुत बड़ा करके दिखाऊंगा। बस ये कंपैरिजन होना चाहिए खुद का दुश्मन बनना बंद कर किसी से भी खुद को कंपेयर मत कर बस ये याद रख कि कल तूने क्या गलती की थी। उस पर फोकस रख गलती क्यों हुई इस बात को टाइम दे उससे सीख उसको दोहरा मत और उसमें सुधार कर और आगे बढ़ जा। लोगों की भीड़ में शामिल मत हो दुनिया से आगे निकलना है ना तो दुनिया से अलग ही करना पड़ेगा बेटे बिठाए कुछ नहीं होने वाला। इसलिए जो तूने अपने अंदर ये सात दुश्मन पाल रखे हैं इनको बाहर निकाल के फेंक दे। क्योंकि जब तक तेरे अंदर तेरा खुद का दुश्मन बैठा हुआ है तब तक तू आगे नहीं बढ़ सकता और अगर तू ये मोटिवेशनल स्टोरी पढ़ रहा है ना। तो तुझे ये तो समझ में आ गया होगा कि ये सब तेरे साथ में क्यों हो रहा है क्योंकि तू भी अपने इन सारे दुश्मनों का शिकार है। मतलब तेरे सबसे बड़े दुश्मन कोई भी भारी लोग नहीं है। तू खुद ही है तेरे विनाश का कारण तो इनसे लड़ इनको हरा इनसे जीत क्योंकि जब तू अपने खुद के अंदर के दुश्मनों से जीत लेगा ना तब तेरी सफलता में कोई बाधा नहीं आएगी। फिर देखना देश में तू अपना ही नहीं बल्कि दुनिया में देश का नाम रोशन करके दिखाएगा क्योंकि जिसने अपने मन को जीत लिया समझो उसने जग को जीत लिया। तो तुझे अपनी जीत फिक्स करनी है तो तू सबसे पहले अपने अंदर के दुश्मनों से जीत के दिखा फिर तुझे कोई नहीं रोक सकता।